शिक्षा सर्व सामान्य रूप से हो सके इस हेतु से विभिन्न प्रकार के माध्यमों का उपयोग किया जाता है। वर्तमान काल में कोरोना वायरस महामारी से सम्पूर्ण विश्व ़की शिक्षा व्यवस्था प्रभावित हुई है। तकनीकी माध्यमों ने आपदा में अवसर खोज निकाला है, इससे दूरस्थ व लंबे समय से घर पर रहते हुए भी शिक्षा से वंचित नहीं हुए है।
बच्चों को प्रभावी व गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा प्राप्त हो इस उद्देश्य से विद्या भारती की ई-पाठशाला ने शिक्षकों के लिये ई-कंटेंट निर्माण प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। इस प्रशिक्षण वर्ग के उद्घाटन सत्र में विद्या भारती के अखिल भारतीय मंत्री व पूर्वोत्तर क्षेत्र संगठन मंत्री ब्रह्माजी राव का मार्गदर्शन आचार्यों को प्राप्त हुआ। विद्या भारती पूर्वोत्तर क्षेत्र के सह संगठन मंत्री डाॅ. पवन तिवारी ने आचार्यों को द्वितीय सत्र में मागदर्शित किया।
ई-कक्षाओं के संचालन व पाठ्य सामग्री निर्माण में उपयोगी मोबाइल व कम्प्यूटर एप्लीकेशन का प्रशिक्षण आचार्यों को प्रदान किया गया। 2 व 3 जून को आचार्यों के लिये ई कंटेंट प्रशिक्षण का आयोजन किया गया।बच्चे ई-कक्षाओं में रोचक व स्मार्ट तरीके से शिक्षा प्राप्त कर सकें इस हेतु से विद्या भारती पूर्वोत्तर क्षेत्र नें शिक्षकों के प्रशिक्षण की व्यवस्था की।
इस प्रशिक्षण वर्ग का विद्या भारती ई-पाठशाला के राष्ट्रीय संयोजक राकेश शर्मा के मार्गदर्शन में मास्टर ट्रेनरों द्वारा आॅनलाईन माध्यम से आयोजन किया। विद्या भारती पूर्वोत्तर क्षेत्र ई-पाठशाला के संयोजक धर्मदेव ब्रह्मचारी ने प्रशिक्षण वर्ग की कक्षाओं का संचालन चार कालांश में सम्पन्न किया। प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले सभी आचार्यों/शिक्षकों को ई-प्रमाणपत्र प्रदान किया गया।