
पूर्वोत्तर जनजाति शिक्षा समिति द्वारा 18वें कृष्णचंद्र गांधी पुरस्कार समारोह का आयोजन नागालैंड के कोहिमा में हुआ। इस अवसर पर नागालैंड के उच्च शिक्षा और पर्यटन मंत्री श्री तेमजन इम्ना अलोंग मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे, जबकि डॉ. केख्रिएलहौली योम, सलाहकार, स्कूल शिक्षा और एससीईआरटी, नागालैंड सरकार, विशिष्ट अतिथि थे।
समारोह में मुख्य वक्ता के रूप में दुसी रामकृष्ण राव, अखिल भारतीय अध्यक्ष, विद्या भारती और अखिल भारतीय मंत्री ब्रह्माजी राव भी उपस्थित थे साथ ही समिति के अन्य पदाधिकारी और गणमान्य नागरिक भी समारोह में शामिल हुए।
इस वर्ष का कृष्णचंद्र गांधी पुरस्कार नागालैंड में शिक्षा और हिंदी सेवा में योगदान देने के लिए प्रसिद्ध श्री जाकिनेई खोउब्वे को प्रदान किया गया। यह पुरस्कार पूर्वोत्तर क्षेत्र के जनजातीय समाज में शिक्षा के प्रसार में योगदान देने वाले व्यक्तियों को प्रति वर्ष दिया जाता है। 2007 से यह पुरस्कार समिति द्वारा प्रदान किया जा रहा है।
श्री जाकिनेई खोउब्वे को इस सम्मान के अंतर्गत 1 लाख रुपये, एक मानपत्र, और स्थानीय परंपरा से निर्मित अंगवस्त्र प्रदान किए गए।
समारोह के दौरान कोहिमा के राजधानी सभागार में “राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के क्रियान्वयन में चुनौतियाँ” विषय पर सेमिनार भी आयोजित किया गया, जिसका आयोजन उच्च शिक्षा मंत्रालय, नागालैंड सरकार और जनजाति शिक्षा समिति, नागालैंड के सहयोग से किया गया। इस सेमिनार में विद्या भारती पूर्वोत्तर क्षेत्र, पूर्वोत्तर जनजाति शिक्षा समिति और विभिन्न शैक्षणिक तथा स्थानीय संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।