विद्या भारती पूर्वोत्तर क्षेत्र द्वारा ‘सप्तशक्ति संगम’ कार्यशाला का सफल आयोजन आज गुवाहाटी स्थित असम प्रकाशन भारती भवन में हुआ। यह कार्यशाला पूर्वोत्तर क्षेत्र की मातृशक्ति के संगठनात्मक सशक्तिकरण एवं नेतृत्व विकास के उद्देश्य से आयोजित की गई थी, ताकि आगामी दिनों में क्षेत्रभर में ‘सप्तशक्ति संगम’ शीर्षक से आयोजित होने वाले मातृ सम्मेलनों को सफलतापूर्वक क्रियान्वित किया जा सके।
कार्यक्रम का शुभारंभ प्रातः 11:00 बजे दीप प्रज्वलन के साथ हुआ। कार्यशाला में पूर्वोत्तर क्षेत्र के विभिन्न प्रांतों—त्रिपुरा, मेघालय, नागालैंड, अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर एवं असम—से कुल 32 महिला कार्यकर्ताओं ने सहभागिता की।
चार सत्रों में संपन्न इस कार्यशाला की मुख्य वक्ता एवं मार्गदर्शिका अखिल भारतीय मंत्री तथा सुप्रसिद्ध चिकित्सिका डॉ. मधुश्री संजीव सावजी रहीं। उन्होंने मातृशक्ति की भूमिका, स्वास्थ्य, संस्कार निर्माण तथा सामाजिक उत्तरदायित्व जैसे विविध विषयों पर गहन एवं प्रेरक मार्गदर्शन प्रदान किया।

इस अवसर पर विद्या भारती पूर्वोत्तर क्षेत्र के मंत्री डॉ. जगदींद्र रायचौधुरी एवं संगठन मंत्री डॉ. पवन तिवारी ने भी कार्यशाला को संबोधित किया। उन्होंने उपस्थित भगिनियों को प्रेरणास्पद विचारों से सशक्त करते हुए संगठनात्मक दृष्टिकोण से महिलाओं की भूमिका पर विशेष बल दिया और उनकी सक्रिय सहभागिता की सराहना की।
कार्यक्रम का समुचित संयोजन एवं संचालन विद्या भारती विद्यत परिषद (पूर्वोत्तर क्षेत्र) की क्षेत्र संयोजिका एवं त्रिपुरा विश्वविद्यालय की हिंदी विभागाध्यक्ष डॉ. मिलन रानी जमातिया द्वारा किया गया। उनके कुशल निर्देशन में कार्यशाला अत्यंत अनुशासित, प्रभावशाली एवं उद्देश्यपूर्ण रही।
समापन सत्र में विद्या भारती अरुणाचल प्रांत की अध्यक्ष डॉ. जोरम आनिया ने सभी अतिथियों, वक्ताओं एवं सहभागियों का हार्दिक आभार व्यक्त करते हुए कार्यक्रम के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित की।