विद्या भारती पूर्वोत्तर क्षेत्र द्वारा हिंदी दिवस के अवसर पर प्रकाशित ई-पत्रिका ईशान्य विभा का ऑनलाइन विमोचन 14 सितंबर 2024 को किया गया। इस विशेष आयोजन में पूर्वोत्तर पर्वतीय विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. प्रभाशंकर शुक्ल, विद्या भारती पूर्वोत्तर क्षेत्र के संगठन मंत्री डॉ. पवन तिवारी, और क्षेत्रीय मंत्री डॉ. जगदीन्द्र रॉय चौधुरी उपस्थित रहे।
विमोचन कार्यक्रम के साथ एक ऑनलाइन संगोष्ठी का भी आयोजन किया गया, जिसमें हिंदी भाषा के महत्व पर चर्चा हुई। पत्रिका में पूर्वोत्तर भारत के संदर्भ में हिंदी के योगदान को प्रमुखता से रखा गया है। इसमें छात्रों, शिक्षकों और कार्यकर्ताओं द्वारा भेजी गई कविताएँ, कहानियाँ, लेख, यात्रा-वृत्तांत, संस्मरण आदि संकलित हैं।
पत्रिका के डिज़ाइन और आवरण पृष्ठ का निर्माण विद्या भारती प्रचार विभाग के क्षेत्रीय संयोजक विकाश शर्मा ने किया, जबकि उनके साथ संपादन कार्य कार्यालय सचिव लालजी सोनारी के नेतृत्व में संपन्न हुआ। त्रिपुरा विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग की अध्यक्षा डॉ. मिलन रानी जमातिया सहित अरुणाचल से जोरम आनिया व अन्य हिंदी सेवी संगोष्टी में सम्मिलित हुए।
इस अवसर पर डॉ. पवन तिवारी ने कहा, भारत विविधताओं से भरा देश है, जहाँ विभिन्न प्रकार की वेशभूषा, भोजन, भाषाएँ और परंपराएँ मौजूद हैं। हिंदी इन विविधताओं के बीच एकता का सेतु है, जो पूरे देश को जोड़ती है। कन्याकुमारी से कश्मीर तक और कच्छ से किबिथु तक, हिंदी ने जनसंवाद का महत्वपूर्ण माध्यम बनकर अपनी पहचान बनाई है।
कुलपति प्रो. प्रभाशंकर शुक्ल ने ई-पत्रिका ईशान्य विभा के लिए अपनी शुभकामनाएँ देते हुए विद्या भारती के कार्यों की सराहना की। उन्होंने पूर्वोत्तर भारत में हिंदी के प्रचार-प्रसार में इस पत्रिका की महत्वपूर्ण भूमिका को भी सराहा।