पूर्वोत्तर जनजाति शिक्षा समिति द्वारा आयोजित दो दिवसीय पूर्वोत्तर जनजाति संस्कृति महोत्सव के अवसर पर शंकरदेव अंतर्राष्ट्रीय सभागार कलाक्षेत्र, गुवाहाटी में अमृत वर्षा कार्यक्रम का आयोजन किया गया। अमृत वर्षा कार्यक्रम में परम वंदनीय आनंदमूर्ति गुरु मां का आशीर्वचन उपस्थित गणमान्य लोगों को प्राप्त हुआ। आनंदमूर्ति गुरु मां हमारे ऋषि-मुनियों द्वारा दी गई ज्ञान परंपरा को जन-जन तक पहुंचाने के लिए देश-विदेश की यात्राएं करती हैं। गुरु मां विगत 35 वर्षों से आदि शंकराचार्य का अद्वैत वेदांत दर्शन पर निरंतर और अथक रूप से कार्य कर रही हैं। इसके अतिरिक्त उन्होंने अनेक आध्यात्मिक सद्ग्रंथो पर व्याख्यान दिए हैं।
गुरू माँ ने कहा पूर्वोत्तर को हरा भरा बनाये रखने के लिए जन्मदिवस, वैवाहिक व अन्य शुभ अवसरों पर वृक्ष रोपड़ करना चाहिये।
समारोह में पूर्वोत्तर की जनजाति संस्कृति पर आधारित सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया। समारोह की अध्यक्षता समाजसेवी रतन शर्मा ने की। असम, अरुणाचल, मेघालय, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा सहित नागालैंड से पूज्या गुरु माँ की अमृत वाणी सुनने हेतु लोग समारोह में उपस्थित हुए। अमृत वर्षा समारोह के साथ पूर्वोत्तर जनजाति शिक्षा समिति के रजत जयंती वर्ष का समापन हुआ।