विद्यालय भवनो को आइसोलेशन वार्ड बनाने के लिए सरकार को देगी
विश्वभर में कोरोना महामारी का संहारी रूप को देखते हुए भारत के प्रधान मंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 21 दिन का लॉक डाउन घोषित किया है। देश में कोरोना की चपेट में आनेवाले लोगों की संख्या बढ़ती जा रही है। राहत की बात है कि असम में अभी तक कोई भी इसका शिकार नही हुआ है फिर भी राज्य सरकार किसी भी हालात से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है।
ऐसे में देश के दूसरे राज्यों की तरह असम की सरकार की इस लड़ाई में मदद करने के लिए विद्या भारती की असम इकाई सामने आई है। विद्या भारती अखिल भारतीय शिक्षा संस्थान से संबद्ध शिशु शिक्षा समिति असम के संगठन मंत्री हेमन्त धिंग मजुमदार ने जानकारी देते हुए बताया कि कोरोना को रोकने के लिए समिति प्रशासन को सहयोग करने के लिए तैयार है। जरुरत पड़ने पर समिति अपने विद्यालयों को आइसोलेसन सेंटर बनाने के लिए प्रशासन को देगी।
श्री मजुमदार ने आगे बताया – “प्रशासन चाहे तो राहत कार्य के लिए हमारे विद्यालय परिसरों का भी उपयोग कर सकता है। सरकार रेल और बसों को आइसोलेशन वार्ड बना रही है। जिसमें काफी पैसे खर्च हो रहे हैं। वहीं अगर इन विद्यालयों को आइसोलेशन वार्ड में तब्दील किया गया तो खर्च काफी कम होंगे।”
वहीं शिशु शिक्षा समिति असम के महामंत्री कुलेन्द्र कुमार भगवती नें बताया – “कोरोना महामारी के विरुद्ध अपने विद्यालय भवनों को देने के अलावा हम दूसरे तरीके से भी प्रशासन को सहायता करने के लिए तत्पर हैं। संकट की इस घड़ी में हम सभी को आगे आना चाहिए। अभी विद्यालय बन्द चल रहे हैं। इसलिए इन बन्द पड़े विद्यालयों के उपयोग का इससे अच्छा और कोई दूसरे कार्य हो ही नही सकता। अतः प्रशासन को मदद करने के लिए हमने यह फैसला लिया है।”